
“कान्तारा चैप्टर 1” फिल्म आई है 2025 में ये फिल्म नही बल्कि एक अनुभव है फिल्म इन्होने ऐसी बनाई की जो भी देखता है इसको वो देखता ही रह जाता है बास दिमाग से निकल नी मुश्किल हो जाती है कहानी इतनी दुमदार है इस फिल्म की आँखे फटी की फटी रह जायेगी यह फिल्म 2 अक्टूबर 2025 को रिलीज़ हुई है इस फिल्म ने रिलीज़ वाले दिन ही बहुत कमाई की है बात वही है की अगर कहानी दुमदार हो तो फिल्म को सुपर हिट होने से कोई नही रोक सकता.
इस फिल्म ने थिएटर का माहोल बना दिया की कोई और फिल्म नही कर पाती शायद क्यूंकि ये सब “ऋषभ शेट्टी” का कमाल है जो फिल्म इतनी हिट होती है उनकी वेसे तो कान्तारा पार्ट 2 है लेकिन इसका नाम “कान्तारा चैप्टर 1” है और जिसने इसका पार्ट 1 नही भी देखा वो पार्ट 2 देखले क्यूंकि इसमें जो कहानी इस बार ये लाये है उसे देखकर तो ये फिल्म दिमाग से ही नही निकल रही है फिल्म को देखो स्टोरी समझ में आएगी बहुत अच्छी फिल्म है .
फिल्म की कहानी

आजा कल बहुत लोग कंफ्यूज है की जब ये पार्ट 2 है तो इसको “कान्तारा चैप्टर 1” नाम क्यों दिया गया है ये इसलिए दिया गया है क्यूंकि ये फिल्म पार्ट 1 से मिलती जुलती ही फिल्म है जिसको पहली पार्ट 1 की कहानी नही समझ में आई वो ये पार्ट 2 देखलो मतलब “कान्तारा चैप्टर 1” फिल्म इस फिल्म की कहानी इतनी दुमदार है की रोंगटे खड़े हो जायेंगे इसको देखकर.
इस फिल्म में जंगल के असली सीन है जो इन्होने लिए है वो देखने लायक है और लडाई, राजा और उसकी परजा के बीच के भेदभाव दिखाए गये है की कैसे कैसे हुआ करते थे ये फिल्म नही सच में एक अनुभव है हमारे लिए और एक राक्षश की बात है की वो जब जागता है जब धरती पर आदमी खुद को हग्वान समझने लगता है फिर उसे जागना ही पड़ता है ये फर्क समझाने के लिए
यह सिर्फ एक फिल्म ही नही है बल्कि इसमें पॉवर,लालच,कण्ट्रोल,और समाज के सिस्टम पर बड़ा सवाल खड़ा किया है की जैसे आज का इंसान खुद का आप ख्हो देता है खुद पर कण्ट्रोल नही रखता पॉवर का गलत इस्तेमाल करता है लालच ये सब सीधा बात करू तो ऐसा लगता है की ऋषभ शेट्टी ने इस फिल्म को पूरी तरह से आज के Culture और spirituality से जोड़कर बनाया है इस फिल्म को पूरे 5 स्टार तो देना बनता है क्यूंकि जैसी इस फिल्म की स्टोरी है उसके हिसाब से.
ट्रेलर में तो सिर्फ इन्होने सिर्फ 1% ही दिखाया है बाकी 99% जादू तो फिल्म में ही देखने को मिलेगा.
ऋषभ शेट्टी का कमाल
फिल्म का पहला हाफ तो टाइगर लडाई का है तो तुम्हे थिएटर की कुर्सियों से उछाल देगा और जब दूसरा हाफ शुरू होगा उसमे तो पूरा शिव तांडव है ये देखने में जो मजा आएगा तुम और फिल्मो को भूल जाओगे क्यूंकि ऋषभ ने जो नेचर के चारो एलेमेंट्स को दिखाया है (आग,पानी,हवा,धरती) इनसे खुदको जोड़ दिया है और म्यूजिक की बात करतो उन्होंने तो दिल को ही छूलिया है क्यूंकि एक तो आवाज़ अच्छी और दूसरी हर शब्द में कुछ छुपा है.